जनसंख्या नियंत्रण के सबसे अहम उपायों में से एक है महिला बंध्याकरण और दूसरा पुरुष नसबंदी। शिशु जन्म की पूरी प्रक्रिया में महिला की भागीदारी ज्यादा होने से उनकी समस्याएं भी अधिक होती हैं, इसलिए इससे निजात के लिए वे बंध्याकरण के प्रति ज्यादा उत्साह दिखाती हैं, लेकिन पुरुष इसमें पीछे हैं। पुरुष अब भी इस गलत और अवैज्ञानिक धारणा के शिकार हैं कि नसबंदी होने पर वे अपनी मर्दानगी [यौन क्षमता] खो बैठेंगे या कमजोरी का शिकार होंगे। नतीजा यह कि कुल आपरेशनों में से पुरुषों की संख्या करीब 0.3 फीसदी है। दूसरी ओर गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष करीब 35 फीसदी अधिक महिलाओं ने बंध्याकरण आपरेशन कराया है।
सरकार ने नसबंदी कराने वाले पुरुष एवं बंध्याकरण कराने वाली महिलाओं को प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया है। अब तो सरकारी अस्पतालों के अलावा एनजीओ के माध्यम से निजी चिकित्सालयों में भी नसबंदी तथा बंध्याकरण आपरेशन होने लगे हैं। सरकार ने पुरुषों के लिए ग्यारह सौ तथा महिलाओं के लिए 650 रुपए प्रोत्साहन राशि निर्धारित की है।
तथ्यो के अनुसार महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों की नसबंदी आसान है। फिर भी मर्दानगी पर बट्टा लगने का भय पुरुषों के मन से नहीं गया है। पुरुषों को इसके लिए राजी करने के तमाम सरकारी व गैर सरकारी प्रयास अब तक विफल साबित हुए हैं |
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------
जरूरत है यह समझने की कि जनसंख्या नियंत्रण में पुरुषों और महिलाओं की बराबर की साझेदारी ही कामयाब हो सकती है नाकि केवल किसी भी एक की |
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------
आज के दौर में जहाँ महिलाएं हर जगह पुरुषों कों पीछे छोड़ते हुए आगे बड़े जा रही है और पुरुषों में जहाँ इस बात से काफी नाराज़गी भी है तो क्यों ना इस मामले में पुरुष ही आगे रहे !!
क्यों क्या ख्याल है ??
जागो सोने वालों ..................!!
सरकार ने नसबंदी कराने वाले पुरुष एवं बंध्याकरण कराने वाली महिलाओं को प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया है। अब तो सरकारी अस्पतालों के अलावा एनजीओ के माध्यम से निजी चिकित्सालयों में भी नसबंदी तथा बंध्याकरण आपरेशन होने लगे हैं। सरकार ने पुरुषों के लिए ग्यारह सौ तथा महिलाओं के लिए 650 रुपए प्रोत्साहन राशि निर्धारित की है।
तथ्यो के अनुसार महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों की नसबंदी आसान है। फिर भी मर्दानगी पर बट्टा लगने का भय पुरुषों के मन से नहीं गया है। पुरुषों को इसके लिए राजी करने के तमाम सरकारी व गैर सरकारी प्रयास अब तक विफल साबित हुए हैं |
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------
जरूरत है यह समझने की कि जनसंख्या नियंत्रण में पुरुषों और महिलाओं की बराबर की साझेदारी ही कामयाब हो सकती है नाकि केवल किसी भी एक की |
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------
आज के दौर में जहाँ महिलाएं हर जगह पुरुषों कों पीछे छोड़ते हुए आगे बड़े जा रही है और पुरुषों में जहाँ इस बात से काफी नाराज़गी भी है तो क्यों ना इस मामले में पुरुष ही आगे रहे !!
क्यों क्या ख्याल है ??
जागो सोने वालों ..................!!
Bada nirashajanak tathy hai..aur maine achhe khase padhe likhen purushon ko isi bina pe inkaar karte dekha hai...afsos!
जवाब देंहटाएंभाईसाब, बच्चा पालने की ज़िम्मेदारी औरतों की है ... यही ज़िम्मेदारी पुरुषों पर होती तो झक मारके नसबंदी करवाते ...
जवाब देंहटाएंसैल जी की टिप्पणी से सहमत...वैसे आजकल कोंडोम, गर्भनिरोधक गोलियां. जागरूकता...और भी कई आधुनिक तरीके हैं जो अनचाहे गर्भ को रोके रखते हैं...
जवाब देंहटाएंजय हिंद...
ब्लाग पर आना सार्थक हुआ
जवाब देंहटाएंकाबिलेतारीफ़ प्रस्तुति
आपको बधाई
सृजन चलता रहे
साधुवाद...पुनः साधुवाद
satguru-satykikhoj.blogspot.com
ये जानकारी तो आप से ही मिली .....
जवाब देंहटाएंTubal Sterilization is a permanent method of contraception where the fallopian tubes are blocked so that the ova or eggs are prevented from traveling to the uterus from the ovary.
जवाब देंहटाएंVasectomy is a minor surgical procedure wherein the vas deferentia of a man are severed, and then tied/sealed in a manner such to prevent sperm from entering the seminal stream ( ejaculate)
Vasectomy in males is a minor surgery compared to tubectomy in females. Reversal of vasectomy is also possible if the couple wants a child in future.
Aware men and caring husbands prefer to opt for 'Vasectomy' [Nasbandi], instead of forcing their wives go for tubectomy.
Vasectomy is a fine option for small and happy family.
Divya
हो घने हो भले,
जवाब देंहटाएंएक पत्र छाह भी मांग मत, मांग मत, मांग मत,
अग्निपथ, अग्निपथ अग्निपथ;
Shivam ji,
You beautifully quoted the above lines. A very stern message is there in these lines. There is a deep philosophy in each line written by bachhan ji.
The above lines quoted by you ,influenced me a lot so came to your blog and mentioned here.
Regards,
Divya
हद है इस देश में अभी भी लोगों को जनस्ंख्या नियंत्रण के लिये प्रेरित करना पड़ता है ।
जवाब देंहटाएंशिवम्
जवाब देंहटाएंआपके कहने पर ग़ज़ल पोस्ट कर दी है.......मेरी निष्क्रियता का एहसास करने का शुक्रिया......आपकी नयी पोस्ट बहुत ही बढ़िया है आपका यह कहना कि "जरूरत है यह समझने की कि जनसंख्या नियंत्रण में पुरुषों और महिलाओं की बराबर की साझेदारी ही कामयाब हो सकती है नाकि केवल किसी भी एक की" बिलकुल सत्य है आपके स्वर में हमारा स्वर भी शामिल है !