फ़ॉलोअर

रविवार, 15 मई 2011

इन नीच हरकतों से बाज़ आओ ...

भाई राजनाथ सिंह जी मान गए आपको ... क्या हिम्मत दिखाई है आपने ... जिस कमांडो को देख देश के दुश्मनों को अपनी मौत का ख्याल आ जाता है उसको आपने एक थप्पड़ लगा दिया ... ऊपर से आप साफ़ झूट बोल गए कि ऐसा कुछ हुआ ही नहीं है ... शर्म कीजिये ... जो उस कमांडो को अपने फ़र्ज़ और ड्यूटी का ख्याल ना होता ... तो अपनी MP5 खाली करने में उसको सिर्फ़ चंद सेकंड लगते ... आगे से याद रहे ... जिन से आपने बदसलूकी की है ... उनका शुमार दुनियां की चंद गिनी चुनी सर्वश्रेष्ठ सेन्य टुकड़ियो में किया जाता है ... यह उस कमांडो की ट्रेनिंग का ही असर था जो वह इस अपमान के ज़हर को पी गया नहीं तो ... एक ब्लैक कैट कमांडो अपने ऊपर हुए वार का जवाब कैसे देता है यह किसी से छुपा नहीं है !!

हमारे देश के नेता भले ही देश के संविधान का ख्याल ना रखते हो ... गनीमत है हमारी सेना को अपने देश के संविधान में पूरा विश्वास है !

हमारी सेना को मालुम है हमारा संविधान लोकतान्त्रिक प्रणाली पर देश को चलता है ... इस लिए आप और आप जैसे और भी लोग आज बेताज होते हुए भी किसी बादशाह से कम नहीं है !! पर किसी बादशाह को भी यह अधिकार नहीं है बेवजह किसी को भी कोई सजा दे दे ! 

---------------------------------------------------------------------------------------------------------------
ऐसा नहीं है कि ऐसी घटना पहली बार हुयी हो पर सवाल यह है कि ऐसी घटनाएँ होती क्यों है ... यह नेता आखिर समझते क्या है खुद को ??? 

क्या अधिकार है इन लोगो को किसी भी राज्य या केंद्रीय कर्मचारी पर हाथ उठाने का ... और वो भी तब जब वो 'ऑन ड्यूटी ' हो ?? 

किस बात की लाट साहबी है  ... कुछ दे कर भूल गए हो क्या ... अपनी हद में रहो तो ही भलाई है !!

-----------------------------------------------------------------------------------


देश के सभी नेताओ से अपील है कि अपने देश की सेना का सम्मान करें जैसे वो लोग आपका करते है !!

 ( भले ही आप लोग उसके काबिल हो या न हो ... )
-----------------------------------------------------------------------------------

जागो सोने वालों ...

10 टिप्‍पणियां:

  1. अक्ल की कमी है ..और चले देश को चलने ....जिन्हें खुद को चलाना नहीं आता ..!

    जवाब देंहटाएं
  2. शिवम जी, नेताओ के घर तो नेता पैदा होता है। फौजी तो कोई बनता नही जो दर्द का एहसास होता।

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत ही दुखद घटना है! आख़िर नेता के बारे में क्या कहें, सब एक जैसे होते हैं! उनके कारनामों की बड़ी बड़ी लिस्ट है पर कोई फ़ायदा नहीं!

    जवाब देंहटाएं
  4. शर्म की बात है .. मगर इन नेताओं ने तो सभी हद पार कर रखीं हैं ...

    जवाब देंहटाएं
  5. देश के राजनेताओं ने हद ही कर रखी है आजकल

    प्रेमरस.कॉम

    जवाब देंहटाएं

आपकी टिप्पणियों की मुझे प्रतीक्षा रहती है,आप अपना अमूल्य समय मेरे लिए निकालते हैं। इसके लिए कृतज्ञता एवं धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ।