फ़ॉलोअर

गुरुवार, 10 सितंबर 2009

चंद ही घंटों में नया इतिहास रचने वाला है

सीमा सुरक्षा बल [बीएसएफ] में हाल ही में शामिल की गई महिला सुरक्षाकर्मी चंद ही घंटों में नया इतिहास रचने वाली है। शुक्रवार से पंजाब में भारत-पाकिस्तान सीमा की निगहबानी के लिए पहली बार 178 महिला सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जा रहा है।
बीएसएफ के पंजाब सीमा के उप महानिरीक्षक जागीर सिंह ने बताया कि सभी 178 महिला सुरक्षाकर्मियों को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात किया जाएगा। प्रारंभ में सभी महिला सुरक्षाकर्मियों को पंजाब में भारत-पाक सीमा [553 किलोमीटर] पर तैनात किया जाएगा लेकिन बाद में इनमें से 60 को भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात किया जाएगा।
महिला सुरक्षाकर्मियों को युद्ध संबंधी कार्यो का भार नहीं सौंपा जाएगा हालांकि बीएसएफ के अधिकारियों का कहना है कि सभी 178 महिला सुरक्षाकर्मी हथियारों के इस्तेमाल, गश्त और युद्ध से संबंधित अन्य कार्यो में दक्ष है।
अधिकांश महिला सुरक्षाकर्मियों की उम्र 19 से 25 वर्ष के बीच है। सिंह ने कहा कि महिला सुरक्षाकर्मी सीमा द्वारों की देखभाल करेगी और खेती के लिए जाने वाली महिलाओं की तलाशी लेंगी। उन्होंने कहा कि इन कार्यो के अलावा महिला सुरक्षाकर्मी सभी सीमा चौकियों [बीओपी] की भी निगरानी करेगी।
महिला सुरक्षाकर्मियों के रहने लिए बीएसएफ ने क्वार्टर्स बनाए है। सिंह ने कहा कि जहां ये क्वार्टर्स नहीं बने है वहां महिलाओं के आवास की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है।
बीएसएफ में शामिल महिला सुरक्षाकर्मियों में अधिकांश पंजाब की है। इसके अलवा कुछ पश्चिम बंगाल और असम की है। इन सभी को 38 सप्ताह का प्रशिक्षण मिला है।
नई महिला सुरक्षाकर्मियों में 15 स्नातकोत्तर और 22 स्नातक है, जबकि 128 ने 12वीं तक की पढ़ाई की है।
जो लोग अब भी लड़की के पैदा होने पर अपने कर्मो को रोते है, उनको हम अपनी आदत से मजबूर हो कर एक ही बात कहेगे ....
जागो सोने वालो ...............

8 टिप्‍पणियां:

  1. इंशा अल्लाह!
    बराबरी की तरफ एक और मुबारक कदम.

    जवाब देंहटाएं
  2. WAH GOOD INFORMATION.
    REALLY, HUM MARDO KE LIYE BHI GARV KI BAAT H.
    LADKA LADKI NAHI DESH PREMI H YEH.
    VERY GOOD.
    THANKS FOR YOUR GIVING INFORMATION

    जवाब देंहटाएं
  3. एक महिला होने के नाते इस पोस्ट पर सबसे पहली टिप्पणी करने का गर्व मुझे भी हो रहा है. बधाई आपको और हम सबको इस इतिहास के लिए.

    जवाब देंहटाएं
  4. माफ़ कीजियेगा मीनू जी, आप को थोडी देर हो गयी !!

    वैसे आप को अब भी इस ब्लॉग पर टिपण्णी करनी वाली पहेली महिला होने का दर्जा हासिल है | बधाई हो |

    जहाँ तक सवाल है इस पोस्ट का तो क्या यह कम ख़ुशी की बात है कि समाज बदल रहा है और उस खबर पर जिसमे महिलायों के आगे आने की खबर हो कोई पुरुष पहेले बधाई दे रहा है ?

    जरा सोचियेगा |

    वैसे अपनी तो आदत है कहेने की ....जागो सोने वालो .....

    जवाब देंहटाएं
  5. bahut hi khushi ki baat hai..
    jis tarah se terrorism mein ladies ko bhi hathiyaar banaa kar istmaal kiya ja raha hai...use dekhte hue yah qadam suraksha jaanch ki drishti se bhi zaruri tha.

    -BSF ke is step ki sarahnaa karte hue unhen shubhkamnayen deti hun ki ve sabhi apne maqsad mein kaamyaab hon.

    जवाब देंहटाएं
  6. आज की नारी सचमुच आकाश छूने को तत्पर है......
    बढिया समाचार्!!

    जवाब देंहटाएं

आपकी टिप्पणियों की मुझे प्रतीक्षा रहती है,आप अपना अमूल्य समय मेरे लिए निकालते हैं। इसके लिए कृतज्ञता एवं धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ।